PM Vishwakarma Yojana: हर दिन ₹500 कमाएं, मुफ्त ट्रेनिंग और 4% ब्याज पर 3 लाख का लोन पाएं

PM Vishwakarma Yojana: (प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना) कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को कम ब्याज दर पर लोन, वित्तीय सहायता, और आधुनिक औजारों की सुविधा प्रदान करती है। योजना के तहत अब तक 2 लाख से अधिक लोग आत्मनिर्भर बन चुके हैं, और यह संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है।

PM Vishwakarma Yojana क्या है?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को कम ब्याज दर पर ऋण, वित्तीय सहायता, और प्रशिक्षण देकर उनके व्यवसाय को उन्नत करना है।

  • योजना के तहत 3 लाख रुपये तक का लोन मिलता है।
  • पहले चरण में 1 लाख रुपये और दूसरे चरण में 2 लाख रुपये का लोन प्रदान किया जाता है।
  • लोन की ब्याज दर मात्र 5% है, जिससे इसे कारीगरों के लिए बेहद सुलभ बनाया गया है।

PM Vishwakarma Yojana के प्रमुख लाभ

  1. सस्ती ब्याज दर: केवल 5% ब्याज पर लोन।
  2. वित्तीय सहायता: व्यापार के लिए ₹15,000 तक टूलकिट प्रोत्साहन
  3. लोन चुकाने की सुविधा:
  • पहले चरण का लोन 18 महीनों में चुकाया जा सकता है।
  • दूसरे चरण का लोन 30 महीनों में चुकाने की सुविधा।
  1. पारंपरिक कारीगरों को प्रोत्साहन:
    योजना के तहत 18 ट्रेड्स के कारीगरों को प्राथमिकता दी जाती है, जिनमें बढ़ई, लोहार, दर्जी, धोबी, कुम्हार जैसे कारीगर शामिल हैं।

किन्हें मिलता है योजना का लाभ?

PM Vishwakarma Yojana का लाभ देशभर के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को दिया जाता है, जो अपने हाथों और औजारों से काम करते हैं।
शामिल ट्रेड्स

  • बढ़ई
  • लोहार
  • राजमिस्त्री
  • सुनार
  • कुम्हार
  • पत्थर कारीगर
  • झाड़ू और टोकरी बनाने वाले
  • मछली पकड़ने के जाल बनाने वाले
  • दर्जी और धोबी

योजना का लाभ लेने के लिए कारीगर को अपनी आधिकारिक पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करनी होती है।

PM Vishwakarma Yojana के उद्देश्य

  • आर्थिक सशक्तिकरण:
    कारीगरों और शिल्पकारों को वित्तीय सहायता देकर आत्मनिर्भर बनाना।
  • उद्योग का आधुनिकीकरण:
    कारीगरों को आधुनिक औजारों और प्रशिक्षण से सुसज्जित करना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों का विकास:
    ग्रामीण कारीगरों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ना।
  • रोजगार के अवसर:
    छोटे उद्योगों को बढ़ावा देकर रोजगार उत्पन्न करना।

अब तक की प्रगति

  1. 2.02 लाख खाते:
    योजना के तहत 2.02 लाख लाभार्थियों के खाते खोले गए हैं।
  2. 1,751 करोड़ रुपये का लोन स्वीकृत:
    बैंकों ने अब तक 1,751 करोड़ रुपये का लोन मंजूर किया है।
  3. 23.75 लाख लोग पंजीकृत:
    तीन-चरणीय सत्यापन प्रक्रिया के बाद 23.75 लाख आवेदकों को योजना का लाभ दिया गया।
  4. 10 लाख कारीगरों को टूलकिट प्रोत्साहन:
    ई-वाउचर के माध्यम से 15,000 रुपये तक का प्रोत्साहन।

PM Vishwakarma Yojana में आवेदन कैसे करें?

योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है।
आवेदन प्रक्रिया:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
    pmvishwakarma.gov.in पर लॉग इन करें।
  2. पंजीकरण करें:
    अपने व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि भरें।
  3. दस्तावेज अपलोड करें:
    आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, व्यवसाय प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण आदि अपलोड करें।
  4. फॉर्म सबमिट करें:
    सभी जानकारी भरने के बाद फॉर्म सबमिट करें।
  5. स्वीकृति और लोन प्रक्रिया:
    आवेदन की स्वीकृति के बाद बैंक से संपर्क करें और लोन प्राप्त करें।

PM Vishwakarma Yojana की विशेषताएं

  • ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट:
    कारीगरों को उनके कौशल को उन्नत करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।
  • ई-वाउचर सिस्टम:
    योजना के तहत ई-वाउचर के माध्यम से टूलकिट खरीदने की सुविधा।
  • सरल लोन प्रक्रिया:
    लोन प्रक्रिया बिना गारंटी और आसान शर्तों के साथ।

निष्कर्ष

PM Vishwakarma Yojana कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। यह न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मौका भी देती है। यदि आप एक कारीगर हैं और इस योजना के तहत लाभ लेना चाहते हैं, तो आज ही ऑनलाइन आवेदन करें और सरकार की इस पहल का हिस्सा बनें।

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