GST बैठक में हो सकता है बड़ा फैसला: सिगरेट से लेकर सेकेंड-हैंड कारें होंगी महंगी

GST: जीएसटी काउंसिल की 55वीं बैठक में बड़े बदलावों की तैयारी हो रही है। इसमें सिगरेट, तंबाकू, सेकेंड-हैंड कारों और यूज्ड इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर GST दरें बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। यह बैठक केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जैसलमेर में हो रही है।

आइए जानते हैं कि इन प्रस्तावित फैसलों का क्या असर होगा और कैसे ये आम आदमी की जेब पर भारी पड़ सकते हैं।

सिगरेट और तंबाकू पर जीएसटी बढ़ोतरी

35% तक हो सकता है GST

जीएसटी काउंसिल तंबाकू और सिगरेट पर GST को 7% बढ़ाकर 35% तक करने पर विचार कर रही है।

क्यों हो रही है दर बढ़ाने की चर्चा?

  • राजस्व बढ़ाने के लिए।
  • तंबाकू और सिगरेट जैसे हानिकारक उत्पादों के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए।

आम आदमी पर असर

  • सिगरेट और तंबाकू महंगे हो जाएंगे।
  • नियमित उपयोगकर्ताओं के लिए यह झटका साबित होगा।

सेकेंड-हैंड कारें और EVs होंगी महंगी

पुरानी गाड़ियों पर GST में इजाफा

GST फिटमेंट कमिटी ने सेकेंड-हैंड कारों और इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर GST को 12% से बढ़ाकर 18% करने का प्रस्ताव दिया है।

SUV पर भी बढ़ सकता है सेस

SUVs पर पहले से ही 22% का सेस लागू है। इसे लेकर भी बैठक में चर्चा होने की संभावना है।

असर

  • सेकेंड-हैंड गाड़ियां और EVs खरीदना महंगा हो जाएगा।
  • बजट में कार खरीदने वाले लोगों को अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा।

महंगी घड़ियां, जूते और कपड़ों पर भी बढ़ेगा कर

जीएसटी काउंसिल की बैठक में घड़ियां, जूते, और महंगे कपड़ों पर GST की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव है।

किसको होगा नुकसान?

  • ये फैसले फैशन इंडस्ट्री और उपभोक्ताओं दोनों को प्रभावित करेंगे।
  • महंगे उत्पादों पर टैक्स बढ़ने से इनकी कीमत और बढ़ सकती है।

बीमा और स्वास्थ्य सेवाओं पर राहत संभव

बीमा प्रीमियम पर कम हो सकता है GST

जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर GST दरों को कम करने का प्रस्ताव है।

संभावित लाभ

  • बीमा पॉलिसी खरीदना सस्ता होगा।
  • लोग अधिक संख्या में स्वास्थ्य बीमा लेने के लिए प्रोत्साहित होंगे।

स्विगी और जोमैटो जैसे फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स पर भी चर्चा

GST दर में बदलाव

फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स जैसे स्विगी और जोमैटो पर GST दर को 18% से घटाकर 5% करने का प्रस्ताव है।

ITC के बिना होगा बदलाव

हालांकि, इस दर में बदलाव इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के बिना होगा, जिससे इन कंपनियों की लागत बढ़ सकती है।

अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव

1. अहितकर वस्तुओं पर कर बढ़ोतरी

अहितकर वस्तुओं (सिगरेट, तंबाकू, पान मसाला) पर 35% अलग से कर लगाने की चर्चा है।

2. 148 वस्तुओं की दर में फेरबदल

बैठक में लगभग 148 वस्तुओं पर GST दरें बढ़ाने या घटाने पर फैसला लिया जा सकता है।

आम आदमी पर पड़ेगा सीधा असर

जीएसटी बैठक में लिए गए ये फैसले आम आदमी की जेब पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।

  • गाड़ियों की कीमत बढ़ने से मध्यम वर्ग को नुकसान होगा।
  • सिगरेट और तंबाकू महंगे होने से इनके उपयोगकर्ता प्रभावित होंगे।
  • महंगी घड़ियों, जूतों, और कपड़ों पर टैक्स बढ़ने से फैशन उत्पाद महंगे हो जाएंगे।

हालांकि, स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर राहत की उम्मीद से आम जनता को थोड़ी राहत मिल सकती है।

सरकार का मकसद

  • राजस्व में बढ़ोतरी करना।
  • हानिकारक उत्पादों के उपयोग को कम करना।
  • इकोनॉमी को डिजिटल और पारदर्शी बनाना।

निष्कर्ष

जीएसटी काउंसिल की 55वीं बैठक में आने वाले फैसले जनता के जीवन पर गहरा असर डाल सकते हैं। तंबाकू, सिगरेट, सेकेंड-हैंड गाड़ियां और महंगे उत्पादों पर टैक्स बढ़ने से इनके दाम बढ़ जाएंगे, लेकिन बीमा प्रीमियम पर राहत से कुछ सुकून मिल सकता है।

आने वाले दिनों में इस बैठक के फैसलों का सीधा असर आपके बजट पर दिखेगा। इसलिए इन बदलावों को समझना और उनके अनुसार अपनी खरीदारी की योजना बनाना बेहद जरूरी है।

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