Income Tax 2025: प्रिय पाठकों, जैसे-जैसे हम नए वित्तीय वर्ष 2025 की ओर बढ़ रहे हैं, आयकर नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं जो हर करदाता को जानना आवश्यक है। ये परिवर्तन आपकी आयकर देयता को सीधे प्रभावित कर सकते हैं। आइए, एक नजर डालते हैं इन पांच बड़े बदलावों पर और समझते हैं कि ये आपके लिए कैसे फायदेमंद हो सकते हैं।
1. नए आयकर स्लैब की घोषणा
सरकार ने नई कर व्यवस्था के तहत आयकर स्लैब में संशोधन किया है। अब 3 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं लगेगा। 3 लाख से 7 लाख रुपये तक की आय पर 5% कर, 7 लाख से 10 लाख रुपये तक की आय पर 10% कर, 10 लाख से 12 लाख रुपये तक की आय पर 15% कर, 12 लाख से 15 लाख रुपये तक की आय पर 20% कर, और 15 लाख रुपये से अधिक की आय पर 30% कर लागू होगा। इस बदलाव से मध्यम वर्ग के करदाताओं को राहत मिलेगी और उनकी कर देयता में कमी आएगी।
2. स्टैंडर्ड डिडक्शन में वृद्धि
वेतनभोगी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा बढ़ा दी गई है। पहले यह सीमा 50,000 रुपये थी, जिसे अब बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया गया है। यह वृद्धि करदाताओं के लिए अतिरिक्त बचत का अवसर प्रदान करती है और उनकी कर देयता को कम करती है।
3. धारा 80C के तहत छूट की सीमा में वृद्धि
धारा 80C के तहत निवेशों पर कर छूट की सीमा को 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 3.5 लाख रुपये कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब आप अधिक निवेश करके अपनी कर योग्य आय को कम कर सकते हैं और अधिक बचत कर सकते हैं। यह कदम लोगों को बचत और निवेश के लिए प्रोत्साहित करेगा।
4. सीनियर सिटीजन्स के लिए विशेष कर छूट
वरिष्ठ नागरिकों के लिए कर छूट की सीमा में वृद्धि की गई है। अब 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए कर मुक्त आय की सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है। यह बदलाव वरिष्ठ नागरिकों की वित्तीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
5. कैपिटल गेन टैक्स के नियमों में बदलाव
लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) और शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) पर कर दरों में संशोधन किया गया है। अब सभी प्रकार की संपत्तियों पर लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन पर 12.5% कर और शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन पर 20% कर लागू होगा। यह बदलाव निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है और उन्हें अपने निवेश निर्णयों में सतर्क रहने की आवश्यकता है।
Conclusion: Union Budget 2025 Income Tax Bill
ये सभी बदलाव करदाताओं के लिए महत्वपूर्ण हैं और उनकी वित्तीय योजना को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए, यह आवश्यक है कि आप इन परिवर्तनों को समझें और अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें ताकि आप अपने कर दायित्वों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकें। याद रखें, सही जानकारी और योजना के साथ आप अपने कर बोझ को कम कर सकते हैं और अधिक बचत कर सकते हैं।